बिहार चुनाव 2025 में राजनीतिक घटनाक्रम तेज हो गए हैं, जहाँ विपक्ष ने CM चेहरा तय करने से लेकर मतदाता सूची विवाद तक कई बड़ी मोर्चे खोले हैं।
तेजस्वी यादव ने खुद को बनाया INDIA ब्लॉक का CM फेस
महागठबंधन की “वोटर अधिकार यात्रा” के अंतिम चरण में अररा में आयोजित रैली में तेजस्वी यादव ने खुद को बिहार के मुख्यमंत्री पद का प्रमुख चेहरा घोषित किया, पूछते हुए कि क्या जनता को “नकलची सरकार” चाहिए या “असली CM”।
हालाँकि, राहुल गांधी ने इस घोषणा का समर्थन नहीं किया, जिससे Mahagatbandhan में स्पष्टता की कमी और संभावित फूट की आशंका बढ़ गई है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रैली में तेजस्वी का समर्थन किया, उन्हें INDIA ब्लॉक का उचित चेहरा बताया।
SIR विवाद और मतदाता सूची में तूफ़ान
निर्वाचन आयोग के विशेष गहन संशोधन (SIR) के कारण बिहार की ड्राफ्ट मतदाता सूची में 65 लाख नाम कम होने के बाद भारी बहस छिड़ गई। अब तक RJD और CPI-ML ने ही आपत्तियाँ दर्ज कराईं—RJD के 3 और CPI-ML के 79।
Electoral list का अंतिम संस्करण 30 सितंबर को घोषित होगा, जिसके आधार पर अक्टूबर–नवंबर 2025 में वोटिंग हो सकती है।
महिलाओं को बढ़ावा: चुनाव पूर्व योजनाएं
मुख्यमंत्री महिलाओं को स्वरोजगार प्रदान करने की नई योजना को मंजूरी दे दी गई है, जिससे महिलाओं को एक-एक व्यापार शुरू करने हेतु वित्तीय सहायता मिलेगी। इसके साथ-साथ पेंशन राशि में वृद्धि भी की गई है—यह सब चुनावी माहौल में महिलाओं पर प्रभाव बढ़ाने की तैयारी मानी जा रही है।
रणनीतिक फेरबदल: बसपा अकेले मैदान में
BSP प्रमुख मायावती ने घोषणा की है कि BSP अकेले ही बिहार चुनाव 2025 में भाग लेगी, किसी गठबंधन का हिस्सा नहीं होगी। वे अकेले मैदान में उतरकर अपनी ताकत का प्रदर्शन करना चाहती हैं।
आगामी राजनीतिक कुंजीबिंदु (What to Watch)
-
CM चेहरा निश्चित होगा?: क्या महागठबंधन तेजस्वी को आधिकारिक CM चेहरा बनाएगा?
-
SIR का प्रभाव: मतदाता सूची विवाद वोटों को कैसे प्रभावित करेगा?
-
महिला वोटर रणनीति: महिलाओं को साधने के लिए यह योजना कैसी प्रतिक्रिया लाएगी?
-
दल टूटते-गठबंधन बनते?: बसपा का अकेला उतरना NDA और MGB के समीकरण को कैसे बदलता है?
यदि आप चाहें तो मैं आपके लिए विधानसभा सीटों का विश्लेषण, डिजिटल अभियान रणनीतियाँ, या लोकप्रिय चुनावी मुद्दों पर गहराई से अवलोकन कर सकता हूँ—बिना किसी झिझक के बताइए!